दीप मल्लिका पर्व यह, सब को दे आनंद।
मंगलमय जीवन बने, रहे न कोई द्वंद।
दीप-शिखा की ज्योति में, मन का हो उल्लास।
बढे परस्पर स्नेह से, भारत का विशवास।
देता है शुभ कामना, युग-विमर्श परिवार।
होंगे सपने आपके, निश्चय ही साकार।
भेज रहे हैं आपतक, शब्दों के मिष्ठान,
आस्वादन से हो मुखर, होंठों की मुस्कान।
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YUG-VIMARSH
2 टिप्पणियां:
दीप पर्व मन को करे ज्योतिर्मय/शुभकामनायें/
इतने मीठे, इतने प्यारे,
शब्दों के सुंदर मिष्ठान,
दीवाली के मधुर पर्व पर,
करते हम सब का सम्मान,
धन्यवाद है आपका,
इन मीठी शुभकामनाओं पर.
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