ज़िन्दगी दी है तो ख़ुश रहना है।
तेरी मरज़ी है तो ख़ुश रहना है॥
कभी तनहा नहीं करता महसूस,
साथ तू भी है तो ख़ुश रहना है॥
सख़्त-दिल होता तो शिकवा करता,
दिल में नरमी है तो ख़ुश रहना है॥
दीदए-नम है इनायत तेरी,
आँख भीगी है तो ख़ुश रहना है॥
जिस्मे-ख़ाकी में रगे-जान है तू,
जान तेरी है तो ख़ुश रहना है॥
मुझ में गोयाई तेरी ज़ात से है,
ये तसल्ली है तो ख़ुश रहना है॥
**************
2 टिप्पणियां:
मुझ में गोयाई तेरी ज़ात से है,
ये तसल्ली है तो ख़ुश रहना है॥
-वाह!! बहुत उम्दा!!
बहुत ही उम्दा जज्बात लगें आपके ।
एक टिप्पणी भेजें