होली के सभी रगों में है प्यार की ख़ुश्बू।
उत्साह भरे स्नेह की, सत्कार की ख़ुश्बू॥
घुल-मिल के हम आपस में हैं जब खेलते होली,
मिलती है हमें एक ही परिवार की ख़ुश्बू।।
सब ख़ुश हैं कि मन में नहीं कोई भी कलुशता,
नमकीन भी मीठी भी है त्योहार की ख़ुश्बू॥
वो भी कहीं रगों में नहाया हुआ होगा,
शामिल है हवाओं में मेरे यार की ख़ुश्बू॥
अन्तस से ये शुभकामना मैं भेज रहा हूं,
निश्चित हूं कि पाऊंगा मैं स्वीकार की ख़ुश्बू।।
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होली की शुभकामनाएं