युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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शनिवार, 20 दिसंबर 2008

हम नहीं कहते हमारा साथ चलकर दीजिये.

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हम नहीं कहते हमारा साथ चलकर दीजिये. मोरचों पर प्रोत्साहन तो निरंतर दीजिये. ******* मैं कला का हूँ पुजारी, आप हैं जीवित कला, अपने सौन्दर्यानि...
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