युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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शनिवार, 17 जनवरी 2009

स्वप्न सीमित हों तो ये दुनिया बहुत छोटी सी है.

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स्वप्न सीमित हों तो ये दुनिया बहुत छोटी सी है. वो सुखी हैं जिनकी हर इच्छा बहुत छोटी सी है. ******* हम नहीं ले पाते कुछ निर्णय उलझते रहते हैं...
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