युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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सोमवार, 1 सितंबर 2008

देश के स्वप्नों का एक नक्शा / शैलेश ज़ैदी

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नर्म और गुदाज़ हाथों में गुलाबों की सुगंध तलाश करना सैकड़ों ऐसे हाथों को नकारना है जो काँटों की चुभन का दर्द जी कर भी गुलाबों की खेती करते ह...
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