युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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सोमवार, 16 जून 2008

बचपन का सैर सपाटा / ज़ोहरा दाऊदी

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इस्मत चुगताई को अपने लड़की होने का दुःख पहली बार आगरे की गलियों में हुआ जब लड़कों की तरह उछल-कूद करने और कुलांचें भरने पर पास-पड़ोस और सगे सं...
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