युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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रविवार, 25 जनवरी 2009

यौमे-जम्हूरियत [गणतंत्र-दिवस]

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यौमे-जम्हूरियत का ये जश्ने-मुबारक मनाते हुए मुद्दतें हो गयीं, हम तरक्की की राहों से गुज़रे बहोत, फिर भी दुख-दर्द अपना सुनाते हुए मुद्दतें हो...
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