युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

नासिरा शर्मा की कहानियाँ [2] / शैलेश जैदी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
नासिरा शर्मा की कहानियाँ [2] / शैलेश जैदी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
शुक्रवार, 24 जून 2011

रूढिवादिता की क़ब्र पर मुस्लिम समाज का मर्सिया : नासिरा शर्मा की कहानियाँ [2]

›
रूढिवादिता की क़ब्र पर मुस्लिम समाज का मर्सिया रूढ़िवादिता अपनी प्रकृति से ही संकरी और पथरीली है और उस की लपेट में आया हुआ हर व्यक्ति पूरी तरह...
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
Blogger द्वारा संचालित.