युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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सोमवार, 18 जनवरी 2010

गुमशुदा बचपन / ज़ैदी जाफ़र रज़ा

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गुमशुदा बचपन हमारा बचपन रहा हो जैसा भी ख़ूब्सूरत बहोत था शायद। हमारे छोटे से शह्र में कंकरों की कच्ची सड़क पे कुछ लैम्प पोस्ट होते थे, जिनकी...
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