युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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रविवार, 21 दिसंबर 2008

बुश पे जूता चल गया या 'बुश का जूता' चल गया [डायरी के पन्ने 5]

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अकबर इलाहाबादी उर्दू के उन हास्य और व्यंग्य के शायरों में हैं जिनकी रचनाएं अपने समय में जितनी लोकप्रिय थीं उतनी ही आज भी हैं इधर मुन्तज़र अल...
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