युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

ग़ज़ल /ज़ैदी जाफ़र रज़ा / कहाँ से आए हैं लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
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गुरुवार, 18 सितंबर 2008

कहाँ से आए हैं, कैसे हुए हैं दहशत-गर्द।

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कहाँ से आये हैं, कैसे हुए हैं दहशत-गर्द। तबाहियों की ज़बां बोलते हैं दहशत-गर्द। पता बताते नहीं क्यों ये अपनी मंज़िल का, लहू ज़मीन का पीते रहे...
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