युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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मंगलवार, 3 फ़रवरी 2009

सच मानिए, ये बात, अजूबे से कम नहीं.

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सच मानिए, ये बात, अजूबे से कम नहीं. वो अजनबी, मेरे किसी अपने से कम नहीं. आता है ज़ह्न में वो समंदर के पार से, लह्जा भी उसका एक फ़रिश्ते से कम...
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