युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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बुधवार, 26 नवंबर 2008

शेख ने रक्खी है तस्बीह जो ज़ुन्नार के पास.

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शेख ने रक्खी है तस्बीह जो ज़ुन्नार के पास. एक दीवार खड़ी हो गई दीवार के पास. ******* आबले, तश्ना-लबी, सोज़िशें, हिम्मत-शिकनी, यही सरमाया बचा है...
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