युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

ग़ज़ल / ज़ैदी जाफ़र रज़ा / गिरफ़्तारी पे उसकी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
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सोमवार, 17 नवंबर 2008

गिरफ़्तारी पे उसकी इस क़दर बेचैनियाँ क्यों हैं.

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गिरफ़्तारी पे उसकी इस क़दर बेचैनियाँ क्यों हैं. अभी मुजरिम वो साबित कब हुआ, नौहा-कुनाँ क्यों हैं. ******* न लेगा आपसे जब मशविरा तफ़तीश में कोई...
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