युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

ग़ज़ल / ज़ैदी जाफ़र रज़ा / उस शख्स को भी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
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शुक्रवार, 30 जनवरी 2009

उस शख्स को भी फ़िक्रो-नज़र की तलाश है.

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उस शख्स को भी फ़िक्रो-नज़र की तलाश है. जिसको बस एक छोटे से घर की तलाश है. आंखों में उसकी, देखिये, बेचैनियाँ हैं साफ़, शायद नदी को, ज़ादे-सफ़र की ...
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