युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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गुरुवार, 18 दिसंबर 2008

सिलसिला हम उस से संबंधों का रक्खें और क्यों.

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सिलसिला हम उस से संबंधों का रक्खें और क्यों. तल्खियां कुछ कम नहीं झेले हैं, झेलें और क्यों. ****** घाव जितने भी दिए हैं उसने ताज़ा हैं सभी, ...
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