युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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मंगलवार, 30 दिसंबर 2008

लिप्त हैं लोग सिंहासनों में.

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लिप्त हैं लोग सिंहासनों में. कौन आयेगा पीड़ित जनों में. ******* राजनीतिक नहीं उसकी चिंता, उसका चिंतन है कब बंधनों में. ******* कक्ष से अपने ...
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