युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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बुधवार, 7 अप्रैल 2010

फ़िक्रे-बूदोबाश है ज़जीरे-इश्क़ / فکر بود و باش ہے زنجیر عشق

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फ़िक्रे-बूदोबाश है ज़जीरे-इश्क़ । नक़्श है दीवार पर तह्रीरे-इश्क़्॥1॥ भर गयी बुनियाद संगे-हिज्र से, रफ़्ता-रफ़्ता हो गयी तामीरे-इश्क़्॥2॥ र...
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