युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2008

दश्ते-वफ़ा में प्यास का आलम अजीब था. / करम हैदरी

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दश्ते-वफ़ा में प्यास का आलम अजीब था. देखा तो एक दर्द का दरया करीब था. ***** गुज़रे जिधर-जिधर से तमन्ना के क़ाफ़ले, हर-हर क़दम पे एक निशाने-सलीब...
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