युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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रविवार, 21 फ़रवरी 2010

शाम से पहले : ज़ैदी जाफ़र रज़ा का ग़ज़ल-सग्रह / डा0 परवेज़ फ़ातिमा

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शाम से पहले : ज़ैदी जाफ़र रज़ा का ग़ज़ल-सग्रह डा0 परवेज़ फ़ातिमा ज़ैदी जाफ़र रज़ा आज से पैंतीस-चालीस वर्ष पूर्व उर्दू शायरों में अपनी एक विश...
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