युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش

युग-विमर्श हिन्दी उर्दू की साहित्यिक विचारधारा के विभिन्न आयामों को परस्पर जोड़ने और उन्हें एक सर्जनात्मक दिशा देने का प्रयास है.इसमें युवा पीढ़ी की विशेष भूमिका अपेक्षित है.आप अपनी सशक्त रचनाएं प्रकाशनार्थ भेज सकते हैं.

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गुरुवार, 12 फ़रवरी 2009

हर समय, आकर गुज़र जाता है, हर इंसान का.

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हर समय, आकर गुज़र जाता है, हर इंसान का. प्यार में लेकिन समय आता नहीं अवसान का. इस अवस्था में, कि जब एकांत है मेरी नियति, मोह विह्वल कर रहा ह...
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