tag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post7668896913690230865..comments2023-08-03T08:13:15.576-07:00Comments on युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش: जहान सिमटा हुआ है लफ़्ज़ों के दायरे मेंयुग-विमर्शhttp://www.blogger.com/profile/05741869396605006292noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-61459566487706847472010-02-10T09:35:14.547-08:002010-02-10T09:35:14.547-08:00वो हादसा कैस था के कोशिश के बाद भी मैं,
समेट पाया ...वो हादसा कैस था के कोशिश के बाद भी मैं,<br />समेट पाया न उसको यादों के दायरे में,<br /><br /><br />फ़ज़ा में ज़र्रात आँधियों का सहारा ले कर,<br />हमें उड़ायेंगे कल हुयोलों के दायरे में॥<br />bahut hi laazwaab ,man ko chhoo gayi harek baatज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.com