tag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post3776634240504734535..comments2023-08-03T08:13:15.576-07:00Comments on युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش: ये पायल की झंकार / सुनील वाजपेयीयुग-विमर्शhttp://www.blogger.com/profile/05741869396605006292noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-80853490370339325092008-09-12T15:04:00.000-07:002008-09-12T15:04:00.000-07:00सुनील भाई,बहुत समय से मुलाकात नहीं हुई,लेकिन आज शै...सुनील भाई,बहुत समय से मुलाकात नहीं हुई,लेकिन आज शैलेश जी के ब्लाग पर आपके दर्शन हुए तो आनंद आ गया।आपकॆ काव्य के दर्शन पक्ष का तो पहले ही कायल था,आज काम लोलुपों पर किये गए मार्मिक कटाक्ष पर आत्मा तृप्त हुई।पता नहीं ये धनपशु मर्माहत होंगे या फिर धन के वस्त्रॊं में लिपटे निर्लज्ज सम्भ्रान्त ही मानें जाते रहेंगे?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-89881980883221953442008-09-06T19:07:00.000-07:002008-09-06T19:07:00.000-07:00मज़ा आमज़ा आravishndtvhttps://www.blogger.com/profile/02492102662853444219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-64707823791306330212008-09-06T19:03:00.000-07:002008-09-06T19:03:00.000-07:00वाह!! बाजपेयी जी को पढ़कर झूम उठे...आपका ही आभार!!!...वाह!! बाजपेयी जी को पढ़कर झूम उठे...आपका ही आभार!!!<BR/><BR/><BR/><BR/><BR/>--------------------<BR/><BR/><BR/><BR/><B>निवेदन</B><BR/><BR/>आप लिखते हैं, अपने ब्लॉग पर छापते हैं. आप चाहते हैं लोग आपको पढ़ें और आपको बतायें कि उनकी प्रतिक्रिया क्या है. <BR/><BR/><B>ऐसा ही सब चाहते हैं.</B><BR/><BR/>कृप्या दूसरों को पढ़ने और टिप्पणी कर अपनी प्रतिक्रिया देने में संकोच न करें.<BR/><BR/>हिन्दी चिट्ठाकारी को सुदृण बनाने एवं उसके प्रसार-प्रचार के लिए <B>यह कदम अति महत्वपूर्ण है,</B> इसमें अपना भरसक योगदान करें.<BR/><BR/>-समीर लाल<BR/>-<A HREF="http://udantashtari.blogspot.com/" REL="nofollow">उड़न तश्तरी</A>Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com