tag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post6041414458817876428..comments2023-08-03T08:13:15.576-07:00Comments on युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش: इस्लाम की समझ / क्रमशः 1.3युग-विमर्शhttp://www.blogger.com/profile/05741869396605006292noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-72285866872244805492008-07-12T03:48:00.000-07:002008-07-12T03:48:00.000-07:00धर्मोपदेशकों ने इनके नामों को भुनाया, किंतु इनकी च...धर्मोपदेशकों ने इनके नामों को भुनाया, किंतु इनकी चारित्रिक विशेषताओं को अपने भीतर समाहित करने का प्रयास नहीं किया.<BR/>--------------------------------<BR/>आपका यह आलेख मैंने पढ़ा। आपकी यह पंक्तियां सभी प्रकार की विचारधारा मानने वाले लोगों पर लागू होती हैं। अपनी अल्पबुद्धि से जो मैंने अध्ययन, मनन और चिंतन किया है उससे यही लगता है कि कुछ कथित विद्वान लोगों के मन में श्रद्धा का केंद्र बने प्रसिद्ध चरित्रों का गुणगान तो करते हैं पर उनको धारण नहीं करते।<BR/>दीपक भारतदीपdpkrajhttps://www.blogger.com/profile/11143597361838609566noreply@blogger.com