tag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post3121220338150938632..comments2023-08-03T08:13:15.576-07:00Comments on युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش: हम समय के साथ जीवन भर न एकस्वर हुए.युग-विमर्शhttp://www.blogger.com/profile/05741869396605006292noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-4389444066327286212009-01-25T03:04:00.000-08:002009-01-25T03:04:00.000-08:00सुंदर और भावपूर्ण कविता अनिल कान्त मेरी कलम - मेरी...सुंदर और भावपूर्ण कविता <BR/><BR/>अनिल कान्त <BR/><A HREF="http://www.meraapnajahaan.blogspot.com/" REL="nofollow">मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति </A>अनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-84280589328886984042009-01-25T02:47:00.000-08:002009-01-25T02:47:00.000-08:00हम समय के साथ जीवनभर न एक स्वर हुए.....बहुत अच्छ...हम समय के साथ जीवनभर न एक स्वर हुए.....बहुत अच्छा.....गणतंत्र दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं...संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-16578893893819284412009-01-25T02:44:00.000-08:002009-01-25T02:44:00.000-08:00बहुत सच्ची बात । पर थोडासा एक बार और देख लेते तो छ...बहुत सच्ची बात । पर थोडासा एक बार और देख लेते तो छंद में बैठा लेते ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-62143655634690657152009-01-25T02:24:00.000-08:002009-01-25T02:24:00.000-08:00अब तो प्रशंसा के नये शब्द ढ़ूंढ़ने पड़ेंगे सर..."जो र...अब तो प्रशंसा के नये शब्द ढ़ूंढ़ने पड़ेंगे सर..."जो रहे गतिशील, धीरे-धीरे आगे बढ़ गये/ताल से दरिया बने, दरिया से फिर सागर हुए" और फिर एक ये शेर "गीत के ठहरे हुए लहजे में थिरकन डालकर/आज कितने गायकी में मील का पत्थर हुए" एकदम हट कर कहे गयेगौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-69450424828467308282009-01-25T00:11:00.000-08:002009-01-25T00:11:00.000-08:00आप सभी को 59वें गणतंत्र दिवस की ढेर सारी शुभकामनाए...आप सभी को 59वें गणतंत्र दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं...<BR/><BR/>जय हिंद जय भारतमोहन वशिष्ठ https://www.blogger.com/profile/00939783274989234267noreply@blogger.com