tag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post2854793051799714136..comments2023-08-03T08:13:15.576-07:00Comments on युग-विमर्श (YUG -VIMARSH) یگ ومرش: ब्रज भाषा और अवधी का तिरस्कार क्योंयुग-विमर्शhttp://www.blogger.com/profile/05741869396605006292noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-9770493881056761742010-05-03T18:26:36.145-07:002010-05-03T18:26:36.145-07:00आज दिनांक 4 मई 2010 के दैनिक जनसत्ता के संपादकीय ...आज दिनांक 4 मई 2010 के दैनिक जनसत्ता के संपादकीय पेज 6 पर समांतर स्तंभ में अजनबी होती भाषा शीर्षक से यह पोस्ट प्रकाशित हुई है, बधाई।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-74052754188606954202010-04-29T21:08:57.753-07:002010-04-29T21:08:57.753-07:00अच्छा साहित्य किसी भी भाशा का हो, उसे बदावा देना च...अच्छा साहित्य किसी भी भाशा का हो, उसे बदावा देना चाहिये.जीवन और जगत https://www.blogger.com/profile/05033157360221509496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6753607008942686249.post-23083626557093248182010-04-26T01:14:16.070-07:002010-04-26T01:14:16.070-07:00कई भाषाएं अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही हैं। जिसक...कई भाषाएं अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही हैं। जिसका जितना ज़ोर,उसकी बात माने जाने की गुंजाईश उतनी ज्यादा प्रतीत होती है। हमारी शुभकामनाएं लीजिए।शिक्षामित्रhttps://www.blogger.com/profile/15212660335550760085noreply@blogger.com